प्राक्कथन (FOREWORD)

वेदविदयोग वैबसाइट के बारे में (ABOUT VEDVIDYOG WEBSITE)

भारत में अविद्या और अज्ञानता के कारण फैले अंधविश्वास और रूढ़िवादिताओं के विरुद्ध एक शिक्षा-क्रांति करके समाज में सचेतना व जागृति लाने हेतु इस वेदविदयोग वैबसाइट को निर्मित किया है। इस वैबसाइट की विशेषता ये है कि इसमें 1100 वर्ष पूर्व भारत को विश्वगुरु और सम्पदा सम्पन्न राष्ट्र बनाए रखने वाले वेद-वेदांगों के विषय में सरल विधि से आधुनिक युग के ऋषियों एवं वैदिक व्याकरण-आचार्यों द्वारा किए अनुवाद के द्वारा सहप्रमाण विस्तार से साधारण जन के लिए लेख व तथ्य प्रस्तुत किए गए हैं। इन्हीं वेदों कि शिक्षा के लोप के कारण भारत बारंबार परतंत्र हुआ। आइये पुनः हमारे अपौरुषेय वेद ज्ञान को मिलाकर विश्व के मानस पटल में स्थापित करें, जिससे हम और हमारी आगामी पीढ़ियाँ पुनः कभी दासता को न भोगें और सदैव भारत को सर्वश्रेष्ठ और विश्वगुरु बनता देखें।

इस वैबसाइट के माध्यम से वेद-पुराण संबंधी आपके लगभग सभी प्रश्न, जिज्ञासा और शंकाओं का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। निम्न विषय-वस्तु की सूची को ध्यान से पढ़ें और अविद्या का नाश करके ज्ञान से सराबोर हो, सनातन धर्म, वैदिक रीति-नीति और गुरुकुल-ऋषि परंपरा के नियम व सिद्धान्त से ईश्वर की भक्ति-उपासना करके सुख व समृद्धि प्राप्त करें, यही हमारा हेतु और लक्ष्य है। वेदविदयोग वैबसाइट का ध्येय शुद्ध व्याकरण के विशुद्ध अनुवाद, सरल भावार्थ के साथ वेद, उपनिषद, दर्शन, वैदिक ग्रंथ, पुराण, आयुर्वेद एवं योग-विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाना है।

वैबसाइट विषय-बिंदु

वेद-वेदांग, उपनिषद, दर्शन, पुराण एवं ग्रंथ संबंधी विषय –

वेद क्या है? वेद में क्या विशेष है? वेद ईश्वरीय वाणी (अपौरुषेय) हैं या मानव निर्मित? वेदों के अनुसार कैसा है परमात्मा का स्वरूप? वेदों में कौन-कौनसे देवी-देवताओं का वर्णन है? वेदों में ऋषि, छंद, देवता, स्वर, आदि क्या और कौन हैं? वेदों में ज्योतिष कहाँ और कैसी है? वैदिक ज्योतिष क्या है? फलित ज्योतिष क्या है? वेदों में फलित ज्योतिष है अथवा नहीं? ऋग्वेद में ज्योतिष के बारे में क्या बताया है? वेदों में कैसा है वास्तुशास्त्र। वेदों में वास्तुशास्त्र का उल्लेख कहाँ और क्या है? ऋग्वेद में वास्तु में क्या बताया है? वेदों में मूर्ति-पूजा है अथवा नहीं? वैदिक संहिता व ऋषि संहिताओं में क्या अंतर है? वैदिक व्याकरण क्यों पढ़नी चाहिए? अष्टाध्यायी क्या है? वेदों  के सूक्त व मंत्रों के अर्थ का अनर्थ कैसे हुआ? गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, गणपती मंत्र, देवी मंत्र, आदि मंत्रों के व्याकरण के अनुसार सही अर्थ क्या हैं? असली वेद-वेदांग, उपनिषद, दर्शन, ग्रंथ, पुराण इत्यादि कहाँ से और कैसे प्राप्त हो सकते हैं? कौनसे ग्रंथ मिलावटी और कौनसे विशुद्ध हैं? कौनसे पुराण ऋषि परमपरा से हैं और कौनसे पाखंड, काल्पनिक और मनगढ़ंत? 

मनुस्मृति, महाभारत, रामायण जैसे ग्रन्थों में क्या क्या मिलावट और कुप्रसंग जोड़े गए हैं? मनुस्मृति में जात पात है या नहीं? आर्य क्या है? आर्य कौन हैं? आर्य स्वदेशी हैं अथवा विदेशी? आर्य देश कौनसे हैं? आर्य कौनसी जाति है? आर्यों का इतिहास क्या है?

उपनिषद क्या और कितने हैं? एकादश 11 उपनिषद कौनसे हैं? कौनसे उपनिषद में क्या है? उपनिषद में क्या बताया गया है? उपनिषद क्यों पढ़ने चाहियें?

षड्दर्शन | छ दर्शन में क्या है? क्या 6 दर्शनों में कोई विरोध है? क्या षड्दर्शनों में मूर्ति-पूजा बताई है? क्या दर्शन सबको पढ़ने चाहिए? दर्शनों के ऋषियों के विचारों में कोई मतभेद है?

यज्ञ-हवन विधि मंत्र व अर्थ सहित। यज्ञ-विज्ञान। वैदिक रीति से ऋषियों द्वारा प्रचलित संध्या।

अष्टांग योग विस्तार से। योग दर्शन- पतंजलि । हठ-योग । घेरण्ड संहिता । घटस्थ योग । योग वशिष्ठ । भक्ति योग । लय योग । राज योग । शिव-संहिता । योग चिकित्सा वास्तविकता और भ्रांतियाँ । प्राचीन ऋषियों द्वारा नित्य किए जाने वाला प्राणायाम । आसन विज्ञान । आधुनिक योग पद्धति । आधुनिक ध्यान पद्धति  ।।

आयुर्वेद के विषय

आयुर्वेदिक सिद्धान्त व नियम । सुश्रुत संहिता । चरक संहिता । अष्टांगहृदयम । योग रत्नाकर । आयुर्वेद सार संग्रह । औषध दर्शन । आरोग्य मंजरी । आयुर्वेद और पंचकर्म । धन्वन्तरी निघंटु ।

वैबसाइट - निर्माता का परिचय / About the Author

वर्षों तक ईश्वर के वास्तविक स्वरूप की खोज में, मंत्र-तंत्र-यंत्र, सनातन-संस्कृति, विभिन्न मत-पंथ व धार्मिक संप्रदायों में अध्ययन/ प्रशिक्षण अथवा दीक्षा प्राप्त कर और योग की भिन्न शैलियों का अभ्यास कर शोध कार्य करके वेदों तक पहुँचने से जीवन में वैदिक-ऋषि परंपरा व ईश्वर के विषय में होने वाले बोध को यहाँ भारतीय जन-मानस तक साझा करने वाले  वेद-वेदांगों के अध्ययनकर्त्ता, ऋषि-मुनियों द्वारा प्रदत्त वैदिक शिक्षा के अनुसरणकर्त्ता, उपदेशक एवं योगाभ्यासी   कप्तानसिंह चौधरी (कपिल) का परिचय निम्नलिखित है—

शैक्षणिक एवं अन्य योग्यताएँ –

  1. कला स्नात्तकोत्तर (योग) / M.A. (Yoga)
  2. प्रमाणित योग प्रशिक्षक एवं प्राकृतिक चिकित्सक / Certified Yoga-Trainer & Naturapath 
  3. संगीत विशारद (शास्त्रीय गायन) / Sangeet Visharad in Classical Vocal Music
  4. बांसुरी वादक, बांसुरी निर्माता, बांसुरी-शिक्षक / Flautist, Flute – Maker, Teacher of Flute
  5. तैक्वानदो में प्रथम डान ब्लैकबेल्ट || राष्ट्रीय रेफ़्री / 1st DAN Black-Belt in Taekwondo from Kukkiwon, Seol, Korea ।। National Referee, ITF (International Taekwondo Federation Of India)
  6. प्राचीन भारतीय लाठीबाजी एवं अन्य युद्ध-कलाओं के अभ्यासी एवं प्रशिक्षक / Ancient Bharatiya Stick-Fighting & Martial-Arts Trainer
  7. हिन्दी लेखक व कवि, शायर, ग़ज़लकार / Hindi writer and poet
  8. सामाजिक कार्यकर्ता, प्रेरक वक्ता एवं वेद-उपदेशक / Social Volunteer, Motivational Speaker &  Preacher of Vedas
  9. Blogger, Content-Writer & You tuber